Thursday, May 12, 2011

माँ की याद !



माँ आपकी बहुत याद आती है,
मैं जब भी गिरता था आपका हाथ होता था,
अब जब गिरता हूँ कोई नहीं सम्हालता है,
मैं जब भी परेशान होता था आप समझा देतीं थीं,
अब जब होता हूँ कोई नहीं समझाता है,
मैं जब भी रोता था आपका आँचल होता था,
अब जब रोता हूँ कोई चुप नहीं कराता,
मैं जब भी उदास होता था आपका साथ होता था,
अब जब उदास होता हूँ कोई नहीं हँसाता है,
माँ आपकी बहुत याद आती है !

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