Wednesday, May 4, 2011

याद आती है !

वैधानिक चेतावनी:
इस कविता में कुछ दर्द भरे शब्द हो सकते हैं,
जो आपकी आँखों को नम कर सकते हैं,
इसे पढ़ कर आप यादों में खो सकते हैं,
दिल के मजबूत हों तो आगे पढ़ सकते हैं !



शीर्षक: याद आती है !
बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
कहीं भी जाते हैं, तुम्हारी याद आती है,
बीते पलों को याद करके, आँखें भीग जाती हैं,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
किसी को भी देखते हैं, तुम्हारी याद आती है,
कुछ बात करते हैं, पुरानी बात याद आती है,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
कुछ भी करते हैं, तुम्हारी याद आती है
तुम्हारे काम करने के अंदाज़ की याद दिलाती हैं,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
कुछ भी खाते हैं, तुम्हारी याद आती है,
तुम्हारे साथ खाए चीज़ों का स्वाद दिलाती हैं,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
कहीं घूमने जाते हैं, तुम्हारी याद आती है,
साथ देखे दृश्यों का आँखें दृश्य दिखाती हैं,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
कभी बैठ सोचते हैं, तुम्हारी याद आती है,
तुम्हारे साथ के एहसास से दिल को रुलाती है,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
हर सुबह शाम आती है, तुम्हारी याद आती है,
हर पल आती है, हर सांस के साथ आती है,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
सच में आती है, हवा के स्पर्श से आती है,
कभी दिल को बहलाती है, कभी मुझे रुलाती है,

बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
ये यादें बहुत सताती है, जीना भी सीखाती हैं,
जितना आगे बढ़ता हूँ, उतना पीछे ले जाती हैं !
बहुत याद आती है, बहुत याद आती है,
तुम्हारी याद आती है, बहुत याद आती है !
बहुत याद आती है....

No comments:

Post a Comment