Friday, April 15, 2011

Dedicated to The World's Best Sisters...


तुम चलती थी मैं गिराता था,
मैं गिरता था तुम सम्हालती थी,
तुम हंसती थी मैं रुलाता था,
मैं रोता था तुम हँसाती थी,
अपनी गलतियों पे तुम्हे फँसाता था,
मेरी गलतियों को तुम छुपाती थी,
तुम जीतती थी मैं दुखी होता था,
मैं जीतता था तुम खुश होती थी,
तुम पढ़ती थी मैं न पढ़ने देता था,
मैं न पढता था तुम पढ़ाती थी,

मेरी ख़ुशी की ही चाह करती थी,
मेरे लिए ही दुआ करती थी,
कभी खुद का न सोचा करती थी,
हर पल मेरा ही भला करती थी,
तकियों से लड़ा करती थीं,
मुझसे झगडा करती थीं,
मेरा हर काम किया करती थीं,
क्या हुआ जो मारा भी करती थीं,
मुश्किलों में साथ होती थीं,
सही सलाह दिया करती थीं,
मुझे समझाया करती थीं,
उदास होने पे हंसाया करती थीं,
मेरा बहुत ध्यान रखती थीं,
पहले गुस्सा दिलाया करतीं थीं,
फिर खुद ही मनाया करतीं थीं,
बहुत ही काम कराती थीं,
घूमने भी तो ले जाती थीं,

बस इतना ही कह सकता हूँ :
मुझसे बहुत प्यार करती हैं,
मेरा बहुत ख्याल करती हैं,
सोचा था साथ रहेंगी मेरी दीदी,
पर पापा ने उनकी शादी कर दी,
मैंने जो भी चाहा तुमसे है पाया,
कभी तुम्हे कुछ भी न दे पाया !


Dedicated to The World's Best
Sisters...

Badi Didi and Choti Didi..!
I Love You Didi!

2 comments:

  1. woooww...
    awesum one ....
    Love U sis....

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  2. @Ankur: Thanks buddy !!!
    If you want and if these feelings match with yours life, you can dedicate this to her...
    There is no copyright..
    and please do not mention my name...
    :)

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