Wednesday, April 20, 2011

काश ऐसा हो जाये !

काश ऐसा हो जाये,
हर बम फूल बरसाए,
सब यहाँ दोस्त हो जायें,
दुश्मनी हम भूल जायें,
बम तो हम बरसाएं,
पर उसमें से फूल आयें,
देशों की सीमायें बड़ जायें,
सब मिले के एक हो जायें,
सारे धर्म कहीं खो जायें,
सिर्फ इंसानियत बच जाये,
हम सबके सब मेरे हो जायें,
दुश्मन भी दोस्त बन जायें,
दुनिया ये शांति का चमन हो जाये,
हर देश हर दिशा में अमन हो जाये,
हवा भी ये पैगाम लाये,
आओ सब मिल जायें,
हर दिन यहाँ होली आये,
सबको सबसे गले मिलवाए,
हर रात यहाँ दिए जलाएं,
चैन-ओ-अमन की दिवाली मनाएं,
मेरी कविता अपना असर लाये,
सबके मन में शांति आये,
जीना कितना आसाँ हो जाये,
काश ऐसा हो जाये !!!

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