Wednesday, March 9, 2011

वार्षिक एक दिवसीय महिला(सम्मान) दिवस !

सारी दुनिया ने आज महिला दिवस मनाया,
कुछ लोगों ने तो उत्सव की तरह से मनाया,
अपने अपने तरीके से महिलाओं को सम्मान दिया,
और महिलाओं ने सबको खूब आशीर्वाद भी दिया !


पर क्या सिर्फ साल में एक ही दिन ऐसा होगा ?
क्या अब हम फिर से वैसे ही हो जायेंगे?
क्या अब फिर महिलाएं इज्ज़त पाने के लिए साल भर इंतज़ार करेंगी?
क्या किसी को सम्मान देना इतना कठिन हो गया है?
अब हम सोच रहे हैं की हम तो बहुत सम्मान करते हैं,
ये तो दूसरे लोग हैं जो उनपे अत्याचार करते हैं,
जब हम सम्मान करते हैं तो फिर अपमान होने क्यूँ देते हैं?
क्या हम फिर राजा राम मोहन राय या स्वामी दयानंद का इंतज़ार कर रहे हैं?

अगर हाँ तो फिर ये दिन उनके आने के बाद मनाएंगे
और अगर नहीं तो फिर ये दिन हर दिन मनाएंगे...



पसंद आपकी है !
मैं भी इंसान हूँ !

आपके समय के लिए धन्यवाद !

3 comments:

  1. Ab ye bhi ek chez mila jisme kuch intrest ayega.

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  2. Thanks Manoj Sir !!!

    Hume yaad dilana padta hai ki Mahilaon ko bhi insaan samjho !
    kya jindagi hai ?

    Shukriya sabko jinhone bhi pada aur apna samay diya !

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