सिर्फ दिखता है तुम्हे अपने टूटे दिल का दर्द,
कभी देखो भूखे बेटे की माँ का दर्द,
दो वक़्त की रोटी के लिए बिकती नारी का दर्द,
दहेज़ की आग में बेवजह जलती दुल्हन का दर्द,
वर्षों से पति के इंतज़ार में बैठी विधवा का दर्द,
सिर्फ दिखता है तुम्हे अपने टूटे दिल का दर्द,
कभी देखो भूखे बेटे की माँ का दर्द,
बीमार बेटे के गरीब लाचार बाप का दर्द,
सूखे खेत ताकते गरीब किसान का दर्द,
चंद रुपयों के लिए बोझ ढोते बूढ़े का दर्द,
सिर्फ दिखता है तुम्हे अपने टूटे दिल का दर्द,
कभी देखो भूखे बेटे की माँ का दर्द,
भ्रष्टाचार में बिकते देश के जवान का दर्द,
भुखमरी से मर रहे गरीब परिवार का दर्द,
माँ बाप को खोजते अनाथ बच्चों का दर्द,
सिर्फ दिखता है तुम्हे अपने टूटे दिल का दर्द,
कभी देखो भूखे बेटे की माँ का दर्द,
सिर्फ दिखता है तुम्हे अपने टूटे दिल का दर्द !!!
kya baat hai Aditya ji....bahut khoob...bus Ghalib Sahab yad aa gaye------
ReplyDeleteاور بھی گم ہے جمانے مے موہحبّت کے سوا ......بھی واہ....
@Atul Bhaiya: Thank you..
ReplyDeletePar mujhe urdu ni aati hai !
:(