जिस रात तेरी याद नहीं आयी,
ऐसी भी एक रात क्यूँ नहीं आयी ?
आँखों में यादों के घटा छायी,
फिर भी बरसात क्यूँ नहीं आयी ?
हर बात में तेरी ही बात आयी,
बात बात में तू क्यूँ नहीं आयी ?
मेहनत जो की थकान तो आयी,
सोने गया तो नींद क्यूँ नहीं आयी ?
खुशियों की लहर तो कई आयी,
एक बार भी बाढ़ क्यूँ नहीं आयी ?
जिस रात तेरी याद नहीं आयी,
ऐसी भी एक रात क्यूँ नहीं आयी ?
ऐसी भी एक रात क्यूँ नहीं आयी ?
आँखों में यादों के घटा छायी,
फिर भी बरसात क्यूँ नहीं आयी ?
हर बात में तेरी ही बात आयी,
बात बात में तू क्यूँ नहीं आयी ?
मेहनत जो की थकान तो आयी,
सोने गया तो नींद क्यूँ नहीं आयी ?
खुशियों की लहर तो कई आयी,
एक बार भी बाढ़ क्यूँ नहीं आयी ?
जिस रात तेरी याद नहीं आयी,
ऐसी भी एक रात क्यूँ नहीं आयी ?
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