“We are what our thoughts have made us; so take care about what you think. Words are secondary. Thoughts live; they travel far.”
- Swami Vivekananda
“हमारे व्यक्तित्व की उत्पत्ति हमारे विचारों में है; इसलिए ध्यान रखें कि आप क्या विचारते हैं. शब्द गौण हैं. विचार मुख्य हैं; और उनका असर दूर तक होता है."
- स्वामी विवेकानंद
No comments:
Post a Comment